कुष्ठ रोगियों से भेदभाव नहीं करने के लिए चलाया जाएगा अभियान
बिलासपुर। महात्मा गांधी की पुण्यतिथि को राष्ट्रीय कुष्ठ रोग दिवस के रूप में मनाया जाता है। सीएमओ डॉक्टर प्रवीण कुमार ने बताया कि लोगों को कुष्ठ रोगियों से भेदभाव नहीं करने के लिए जिले में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। वहीं पिछले नौ माह में जिले में कुष्ठ रोग के सात नए मरीज सामने आए हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग 30 जनवरी से 13 फरवरी तक कुष्ठ रोग पखवाड़े को स्पर्श कुष्ठ रोग जागरूकता अभियान के रूप में मनाया जाएगा। इस पखवाड़े के अंतर्गत कुष्ठ रोग के मरीजों की तलाश की जाएगी। जनसाधारण को जागरूक किया जाएगा। कार्यक्रम में प्रोग्राम अधिकारी डॉक्टर महेंद्र ने बताया कि इस अभियान को प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा पंचायत आशा वर्कर, स्वास्थ्य कर्मी और अन्य विभागों का सहयोग लिया जाएगा। ताकि हर कुष्ठ रोगी को इलाज मिले। उन्होंने कहा कि कुष्ठ रोग का इलाज संभव है। अगर किसी व्यक्ति को हल्के पीले, लाल चकते हों, हाथ पांव की उंगलियों में सूनापन हो, आंखों की भौंहे से बाल झड़ रहे हो, दर्द, लालिमा और जलन की दिक्कत हो सकती है। अगर ऐसे लक्षण किसी व्यक्ति में देखते हैं तो वह तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर अपना इलाज व परामर्श लें, ताकि बीमारी की पहचान हो सके और उसका सही इलाज मिल सके।
प्रोग्राम अधिकारी ने कहा कि अप्रैल 2023 से जनवरी 2024 तक सात लोगों में नए कुष्ठ रोग की पहचान की गई। इस समय जिले में 12 रोगी उपचाराधीन है। अगर कोई व्यक्ति कुष्ठ रोगी के साथ लंबे समय तक संपर्क में रहा है (इलाज से पहले) तो उस व्यक्ति को सिंगल डोज (पीइपी) के द्वारा उसका उपचार किया जाएगा, ताकि आने वाले समय में वह व्यक्ति कुष्ठ रोग से पीड़ित न हो।